Elon Musk एक सदी का सबसे क्रांतिकारी आदमी है जिसने इस दुनिया को ही बदल दिया वो भी अपने दम पर। तो आईये Elon Musk की जिंदगी की बहुत ही important बात जान लेते है जो पढ़के आपको inspiration मिलेगी।
Table of Contents
Elon Musk – How The Billionaire CEO of Space-X and TESLA Is Shaping Our Future – Elon Musk Biography Book Summary in Hindi
अध्याय 1 – एलन की दुनिया Elon’s World
अध्याय 2 – AFRICA
Elon का जन्म
उनके पास एनसाइक्लोपीडीया के दो बड़े सेट रखे थे जिन्हें वो तब पढ़ते जब पढने के लिए किताबे ख़त्म हो जाती थी।
एलन सीडीयों पर बैठे कुछ खा रहे थे जब एक लडके ने उन्हें पीछे से सर पर लात मारी और एक जोर का धक्का दिया। इस धक्के से एलन सीडीयों से गिर पड़े।
उसके बाद उस लड़के ने उन पर मुक्को की बरसात शुरू कर दी। उन्हें इतनी चोट आई कि तुरंत उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा। खून से उनका बदन सन गया था।
उन्हें पूरी तरह ठीक होने में पूरा एक हफ्ता लगा और उसके बाद ही वे स्कूल जाने लायक हुए। पूरे चार सालो तक एलन उसी खौफ के साए में जीते रहे। स्कूल का वो बदमाश गेंग बेवजह ही एलन को हर वक़्त परेशान किया करता था। आखिरकार उन्होंने उन्हें अपना स्कूल बदलना पड़ा।
साथ ही उन्हें सिलिकोन वैली भी पसंद थी। जब उनके परिवार को केनेडा की सिटीजनशिप मिली तो एलन को निकल भागने का एक मौका मिल गया था।
अध्याय 3 – केनेडा Canada
उन्होंने वहां अपने कुछ रिश्तेदारों को खोजा और किसी तरह रहने का बंदोबस्त किया। अपना 18वा जन्मदिन उन्होंने कुछ पड़ोसियों और रिश्तेदारों के साथ मनाया जिन्हें वे ठीक से जानते तक नहीं थे।
इस दौरान मस्क ने कुछ ओड जॉब्स भी की जैसे कि सब्जिया वगैरह ले आना और लकडिया काटना। उनके भाई किम्बल भी बाद में उनके पास केनेडा आ गए।
पहली डेट के लिए जस्टिन ने उन्हें बहुत तरसाया था मगर मस्क भी कम जिद्दी नहीं थे। जस्टिन ने बाद में कहा कि “ वो किसी को भी अपना दीवाना बना सकते है”.
अपने खाली वक्त में वे कंप्यूटर ठीक किया करते जिससे उनकी कुछ एक्स्ट्रा कमाई हो जाती। वे अपने class मेट्स को स्पेयर पार्ट भी बेचा करते थे।
पेनेसिल्वेनिया युनिवेर्सिटी में मस्क लंच के दौरान अपने दोस्तों से फिजिक्स पर डिसकसन किया करते। उन्होंने और उनके खास दोस्त ने मिलकर एक घर किराए पर लिया। इस घर में वे वाइल्ड पार्टीज़ रखते और जो लोग पार्टी में आते उनसे $5 पर हेड के हिसाब पैसा वसूलते।
मस्क अपनी क्लास के लिए कई दिलचस्प बिजनेस आडियाज़ भी सोचा करते। उनका ऐसा ही एक आइडिया था “द इम्पोर्टेंस ऑफ़ बीइंग सोलर” यानी सोलर पॉवर का महत्त्व।
उन्होंने दावा किया कि आने वाले समय में सोलर पॉवर टेक्नोलोजी के फील्ड में तेज़ी आएगी और बड़े-बड़े सोलर प्लांट सिस्टम लगाए जायेंगे। उन्होंने सोलर सेल्स और ऐसे कम्पाउंड के बारे में बताया जो पॉवर को ज्यादा से ज्यादा बड़ा सकते है।
उन्होंने अल्ट्रा- केपेसिटर्स के बारे में भी एक पेपर लिखा था जिसमे बताया गया कि ये एक प्रकार की बेट्री सेल्स है जो बड़ी तादाद में एनेर्जी स्टोर कर सकती है। इन्हें रीचार्ज किया जा सकता है और बाकी केपेसिटर्स के मुकाबले ये 100 गुना ज्यादा पॉवर दे सकती है। मस्क ने तभी इलेक्ट्रिक कार और रॉकेट्स के बारे में सोच लिया था।
कॉलेज खत्म होने के बाद उनके दिमाग में पहले वीडियोगेम्स बनाने का ख्याल आया। मगर मस्क अपने लिए एक ऐसा करियर चाहते थे जिससे वे पूरी दुनिया में एक बड़ा बदलाव ला सके।
अध्याय 4 – एलन का पहला स्टार्ट-अप (Elon’s First Start-Up)
Zip – 2 की सुरुवात
ज़िप-2 येल्लो पेजेस (yellow pages) का ऑनलाइन वेर्जन है। इसमें सभी बिजनेस एस्टब्लीशमेंट के मेप और उनकी जानकारी दी हुई है। एलन इसके लिए वेबसाइट कोडिंग करते थे और किम्बल उन साइट्स को बेचने का।
किम्बल डोर-टू-ड़ोर सेल किया करते थे। मगर ज़्यादातर बिजनेसमेन को पता नहीं था कि ज़िप 2 आखिर है क्या ? उन्हें कपनी कंपनी के लिए इन्वेस्टर ढूँढने में बहुत मशक्कत करनी पड़ी। आखिरकार एक Investor ने उनके काम में रूचि ली और $3 मिलियन का इन्वेस्ट किया।
ज़िप 2 का अब एक बड़ा सा ऑफिस था और कंपनी ने कोड्स की क्वालिटी बेहतर बनाने के लिए कई प्रोग्रामर्स भी रख लिए थे। साल 1998 में $300 मिलियन की डील के साथ zip-2 —-सिटी-सर्च के साथ merge हो गयी जो कि पहले उनकी competitor थी।
अध्याय 5 – पे-पाल माफिया बॉस (PayPal Mafia Boss)
ये 1990 का वक्त था, लोग उन दिनों ऑनलाइन किताबे खरीदने से कतराते थे। क्योंकि कोई भी अपना क्रेडिट कार्ड नंबर इन्टरनेट पर नहीं देना चाहता था। मस्क फिर भी अपने ऑनलाइन बैंक के आइडिया पर डटे रहे।
अपने इस नए प्रोजेक्ट पर उन्होंने $12 मिलियन इन्वेस्ट किये। उन्होंने इस ऑनलाइन बैंकिंग साइट का नाम एक्स.कॉम (X.COM) रखा। उनके एक को-फाउन्डर ने कहा “यही वो खूबी है जो एलन को बाकियों से अलग करती है”.
वे रिस्क लेकर अपनी जिम्मेदारी पर इतनी बड़ी रकम लगा रहे है और इस तरह की डील फायदा भी दे सकती है या फिर कंगाल भी कर सकती है। ज़िप-2 एक साफ-सुथरा सा प्रेक्टिल आइडिया था मगर X.कॉम ने तो बेंकिंग इंडस्ट्री को बदल कर रख दिया।
मस्क इस बिजनेस में सिर्फ अपने PASSION को लेकर उतरे थे। उन्हें लगता था कि बैंकर्स का तरीका बिलकुल गलत है और वे उनसे बेहतर कुछ कर सकते है।
एक्स.कॉम अब जायज रूप से फिनेंस सर्विस कंपनी बन गयी। इसमें बैंकिंग लाइसेस, म्यूचल फंड लाइसेंस और ऍफ़डीआइसी इंश्योरेंस (FDIC insurance) जैसी सुविधाए मौजूद थी।
नवम्बर 1999 में साइट इन्टरनेट पर लाइव हुई। मस्क उस दिन अपने ऑफिस में पूरे 48 घंटे तक रहे क्योंकि वे चीजों को अपने सामने ही स्मूदली चलते हुए देखना चाहते थे।
PayPal की सुरुवात
कुछ महीनों के अन्दर ही पे-पाल को 200,000 क्लाइंट्स मिल गए। पैसे के लेन-देन का ये बड़ा आसान तरीका था जबकि Banks इसी प्रोसेस में कई दिन लगा देते थे।
मगर फिर एक्स.कॉम और कोनफ़िनिटी की अनबन होने लगी जिसकी वजह थी दोनों का अलग कल्चर और डीसीजन मेकिंग। Employees के एक ग्रुप ने मस्क को कंपनी से बाहर करने की प्लानिंग की। मस्क के बदले वे कोनफ़िनीटी के पीटर थियेल को सीईओ बनाना चाहते थे।
मगर तब तक बात हाथो से निकल चुकी थी। उन्हें पता चला कि कंपनी ने अपना फैसला ले चुकी थी। मस्क उस कंपनी में अपनी पॉवर खो बैठे थे जिसे उन्होंने ही शुरू किया था।
टैक्स काटने के बाद भी मस्क पूरे $180 मिलियन अपने पास रख सकते थे। पे-पाल डॉट कॉम बबल से बच निकला था। ये सब मस्क की बिजनेस इंस्टिंक्ट और टेक्नोलोजी ट्रेंड में उनकी कुशलता का नतीजा था। 9/11 के हमले के बावजूद कंपनी ने एक सक्सेसफुल आईपीओ (IPO) बनाया। भले ही टेक्नोलोजी इंडस्ट्री डाउन हो गयी मगर पे-पाल एक विनर बनकर उभरा।
अध्याय 6 – स्पेस में चूहा (Mice In Space)
अब वे अपने सपने स्पेस ट्रेवल और राकेट शिप्स पर ध्यान दे सकते थे, और इसके लिए लोस एंजेल्स से बढ़कर कोई और बढ़िया जगह नहीं थी क्योंकि वहां का मौसम एरोनोटिक्स के लिहाज़ से अच्छा था।
मस्क ने अपने जैसे ही कुछ लोग ढूंढ लिए.. उन्होंने मार्स सोसाइटी नाम का एक ग्रुप भी ज्वाइन कर लिया था जो मार्स पर जीवन की संभावना तलाश रहा था।
ट्रांसलाइफ नाम से इस ग्रुप का एक प्रोजेक्ट भी था। ये एक कैप्सूल के आकार का बनने वाला था जो अर्थ के चक्कर लगाये, और इसके क्र्यू मेम्बर चूहे बनने वाले थे।
मस्क ने $500,000 मार्स सोसाइटी और इसके प्रोजेक्ट के लिए दिए। उन्होंने सुझाव रखा कि ट्रांसलाइफ मिशन को मार्स तक ही एक्सटेंड करना चाहिए।
एक दिन मस्क नासा की वेबसाईट ब्राउस कर रहे थे। उन्हें गहरी निराशा हुई क्योंकि मार्स एक्सप्लोरेशन का कहीं पर भी कोई एक्जेट शेड्यूल या पुख्ता प्लान नहीं दिया गया था।
उस वक्त के रॉकेट्स सिर्फ रसियन बनाते थे। बोईंग और लॉक हील बहुत ज्यादा महंगे थे और बड़े से बड़े सेटेलाइट्स उठा सकते थे। मस्क इनसे कुछ सस्ते रॉकेट्स बनाना चाहते थे जो रिसर्च और कमर्शियल इस्तेमाल के लायक हो।
जून 2002 में स्पेस एक्सप्लोरेशन टेक्नोलोजी बनाई गई। इसमें मस्क के साथ मार्स सोसाइटी के मेम्बर और लोस एंजेल्स के वे लोग भी जुड़े जो स्पेस एन्थ्युयास्टिक थे।
जब कुछ देर बाद उसके parents उसे देखने गए तो उन्होंने पाया कि उसकी सांसे नहीं चल रही थी।
डॉक्टरर्स इसे सडन इन्फेंट death सिंड्रोम (sudden infant death syndrome) कहते है।
उसके दिमाग में ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं पहुँच पाई थी। उसे तीन दिन तक लाइफ सपोर्ट पर रखा गया।
बच्चा जब मरा तो जस्टिन ने उसे अपनी बांहों में पकड रखा था।
वो बुरी तरह रो रही थी। मगर एलन मस्क ने कहा कि वो इस बारे में कुछ नहीं कहना चाहते है।
उसने कहा कि “elon सदमे में नहीं रह सकते। उनकी फितरत ही आगे बढने की है, और मुझे लगता है कि ये ही उनके सरवाइव करने का तरीका है”. मस्क ने अपना सारा ध्यान स्पेस एक्स के राकेट लौंच में लगा दिया।
मस्क ने कहा “मै इस बात पर यकीन नहीं रखता कि मुझे बेहद दुखद घटानाओं के बारे में बात करनी चाहिए। क्योंकि ये किसी भी तरह हमारे भविष्य को नहीं सुधारती। अगर आपके और बच्चे – और जिम्मेदारियां है तो बीती बातो पर दुखी होने से आपका और आपके अपनों का कोई भला नहीं होने वाला”.
अध्याय 7 – सब कुछ इलेक्ट्रिक (All Electronic)
ये वो वक्त था जब क्लीन टेक्नोलोजी मूवमेंट का नामो-निशान तक नहीं था।
उन्होंने अपने इस प्रोडक्ट के लिए इन्वेस्टर ढूढने शुरू किये। महीने पर महीने बीत गए मगर हर बार स्ट्राबेल रिजेक्ट होते रहे। आखिर में वे एलन मस्क से मिले..
वे तुरंत ही स्ट्राबेल को फण्ड देने के लिए राज़ी हो गए, और उनकी ये पार्टनरशिप सालो तक चली।
इनमे से ही दो लोग थे मार्टिन ईबर्हार्ड और नार्थन केलिफोर्निया के मार्क टारपेनिंग।
Tesla की सुरुवात
जुलाई 2003 उन्होंने टेस्ला मोटर्स की नींव रखी। ये कंपनी निकोलाज टेस्ला (Nicolas Tesla) के नाम पर रखी गयी थी जो इलेक्ट्रिक मोटर के इन्वेन्टर थे।
ईब्र्रहार्ड और टारपेनिंग( Eberhard and Tarpenning ) ने अपनी कंपनी लोस एंजेल्स में मस्क को ऑफर की। वे तीनो ही अमेरिका की तेल की समस्या को खत्म करना चाहते थे। मस्क तो वैसे भी हमेशा से ही क्लीन और ससटेनेबल एनर्जी के समर्थक थे।
इस तरह टेस्ला शुरू हुई और मस्क उसके चेयरमेन और सबसे बड़े शेयरहोल्डर बने। जल्द ही जे.बी. स्ट्राबल भी उनकी कंपनी में शामिल हो गए। इस टीम को पता चला कि बड़ी-बड़ी कंपनीज वाकई में अब कारे नहीं बनाती। बी.एम्.डब्ल्यू आपनी कारो के पार्ट्स बाहर बनवाते है।
कंपनी केवल लोकल मार्केटिंग, सेल्स और फाइनल असेंबली संभालती है। वे दिन अब लद चुके थे जब फोर्ड मोटर्स रॉ (raw) मेटेरियल से कारे बनाया करती थी। टेस्ला मोटर्स अपने यहाँ बनने वाली हर इलेक्ट्रिक कार को ढाँचे से लेकर फाइनल तक खुद ही तैयार करना चाहते थे।
मस्क और उनके इंजीनियर्स की टीम ने प्रोटोटाइप के तौर पर रोडस्टर बनाई। हालांकि इस प्रोसेस में वक्त, एफर्ट और पैसा बहुत लगता था। जब टेस्ला ने अपना अगला प्रोडक्ट तैयार किया उस वक्त मस्क दिवालिया होने की कगार पर पहुँच चुके थे।
अध्याय 8 – पेन, सफरिंग एंड सरवाइवाल (Pain, Suffering and Survival)
मशहूर सेलेब्रिटीज़ और अमीर बिजनेसमेन के साथ मस्क का उठना-बैठना था। कुल मिलाकर वे किसी शोमेन से कम नहीं थे। मगर असलियत में वे परेशानी से गुज़र रहे थे। उनकी परेशानी का कारन थी टेस्ला और स्पेस एक्स की फिनेंशियल हालत।
इलेक्ट्रिक कार प्रोटोटाइप और राकेट लांच अटेमप्स पर उनका बेहिसाब पैसा खर्च हो रहा था। प्रेस भी उनके फेल्ड प्रोडक्ट्स के लिए उनकी जमकर खिंचाई कर रहा था।
वे ज़्यादातर अब अपने काम में ही बीजी रहते थे और हफ्ते के सातों दिन ऑफिस में रहते थे। घर से उनका नाता लगभग टूट ही गया था। जस्टिन को लगने लगा कि वो मस्क की सिर्फ ट्राफी वाईफ बनकर रह गयी है ना कि लाइफ पार्टनर। जून 2008 में मस्क ने जस्टिन से तलाक लेने के लिए केस फ़ाइल कर दिया।
बावजूद इसके मस्क ने रीले (Riley) को जब प्रपोज़ किया तो रिले (Riley) ने हाँ बोला दिया। ये वाकई एक तूफानी रोमांस जैसा था। मस्क को अपनी कंपनीयां चलाने में जितनी भी दिक्कते आ रही थी, रिले उन सब परेशानियों की गवाह थी।
वो कहती थी “वो खुद किसी मौत की तरह दीखता है। मै यही सोचती हूँ कि ये इंसान कहीं किसी दिन हार्ट अटैक से ना मर जाए”. स्पेस एक्स ने कई नाकामयाब राकेट लौंच्स पर अब तक मिलियंस गँवाए थे। वहीँ टेस्ला ने भी प्रोटोटाइप पर बहुत खर्चा किया था। दोनों ही कंपनियां कंगाल होने वाली थी।
उनकी कंपनी के कुछ एम्प्लाइज ने इस मुश्किल वक्त में उनका साथ देने के लिए पैसे की पेशकश भी की। मस्क को हर हफ्ते salary देने के लिए पाई-पाई जोडनी पड़ रही थी।
जहाँ तक टेस्ला की बात थी, उन्होंने और फंडिंग के लिए इन्वेस्टर से बात की। उन्होंने अपना बचा-खुचा पैसा भी इसके लिए लगा दिया और तो और सोलर सिटी के अपने कुछ स्टोक्स भी बेच डाले।
लेकिन एलन मस्क बहादुरी के साथ इस दुखभरे दौर से निकल कर बाहर आये। जैसा कि उनके एक दोस्त का कहना था “जो उसके साथ 2008 में हुआ, कोई और होता तो शायद झेल नहीं पाता मगर एलन मस्क ने ना सिर्फ इसे सहा बल्कि वे मेहनत करते रहे और अपने मजबूद इरादों में डटे रहे”.
अध्याय 9 – लिफ्ट ऑफ (Lift Off)
फाल्कन 1 के बाद से ही मस्क ने परफेक्ट राकेट शिप बनाने में काफी पैसे खर्च किये थे। सालो तक उनके इंजीनियर्स ने कोशिश की मगर हर बार फेल होते रहे।
बाकी कंपनीज बाहर से मंगाए गए सप्लाईज़ पर निर्भर रहती है लेकिन स्पेस एक्स पूरा रोकेट खुद ही तैयार करता है।
इसके अलावा एरोनोटिक्स इंडस्ट्री में उनकी राकेट कीमत भी काफी कम है।
इंजीनियर्स ने उन्हें ऐसा बनाया है कि वे खुद-ब-खुद वापस लांच पैड पर लौट आते है। स्पेस एक्स इतना सक्सेसफुल इसलिए है क्योंकि मस्क बहुत मेहनत करते है और छोटी से छोटी चीज़ पर भी उनका पूरा ध्यान रहता है।
बाकी की aeronautics इंडस्ट्री स्पेस को बोरिंग बनाती है लेकिन स्पेस एक्स अपने रॉकेट्स और स्पेसशिप्स को मोर्डेन बनाने के लिए लगातार कोशिश में लगी हुई है। एलन मस्क साइंस फिक्शन को हकीकत में तब्दील करने की नयी-नयी कोशिशो में जुटे हुए है।
अध्याय 10 – इलेक्ट्रिक कार का बदला (The Revenge of The Electric Car)
इसमें नेविगेशन और म्यूजिक स्ट्रीमिंग के लिए एक इन्टरनेट कनेक्शन भी मौजूद है। इसलिए तो मॉडल एस को जगह घेरने वाली भारी-भरकम डेशबोर्ड की ज़रुरत नहीं पड़ती।
क्योंकि इसे ट्यून अप या आयल चेंज की ज़रुरत नहीं पड़ती तो मॉडल एस की मेन्टेनेंस भी बहुत कम है। अगर कभी रिपेयर की ज़रुरत पड़े तो टेस्ला के इंजीनियर आकर इसे खुद लेंकर जायेंगे।
टेस्ला ने एक स्मार्ट फोन एप्प भी बनाया है जो मॉडल एस के साथ मिलता है। इससे आप अपनी गाडी की लोकेशन का पता लगा सकते है। इसमें सॉफ्टवेयर अपडेट करके जैसे कि फास्टर रीचार्ज, टेस्ला ने इलेक्ट्रिक कार को लगभग एक गेजेट ही बना दिया है।
जैसा कि इसके पहले खरीददारों में से एक का कहना है “इसने ट्रांसपोट्रेशन को पूरी तरह बदल दिया, ये पहियों पर रखा एक कंप्यूटर है”.
अध्याय 11 – एलन मस्क की यूनीफाइड थ्योरी (The Unified Field Theory of Elon Musk)
इसके अलावा पैनेल्स को मंथली फिक्स रेट के हिसाब से किराए पर लिया जा सकता था। मस्क इस सोलर सिटी के सबसे बड़े शेयर होल्डर थे जिनके पास कम्पनी का 30% हिस्सा था।
इसके साथ ही बेहतर क्वालिटी के सोलर सेल्स का इस्तेमाल करके सूरज की रौशनी को एनेर्जी में बदला जाना चाहिए। साल 2014 में ये सब मुमकिन कर दिखाया।
साल 2025 में टेस्ला की बनाई 6 गाडिया मार्किट में आ जायेंगी। आने वाले समय में सोलर सिटी एक बहुत बड़ी यूटीलिटी कंपनी बन जाएगी।
टेस्ला बैटरी पैक्स प्रोड्यूस करती है जिन्हें सोलर सिटी बेचती है। स्पेस एक्स और टेस्ला अपने प्रोडक्ट्स के डीजाईन और मेन्यूफेक्चर पर नॉलेज शेयर करती है।
तीनो ही कंपनियाँ मस्क के भविष्य के सपने को रीप्रेजेंट करती है। वे इंसानियत के लिए ऐसी एनर्जी चाहते है जो कभी ख़त्म न हो सके जिससे मानवता का विनाश होने से रोका जा सके।
अपने पहले बच्चे की मौत का सदमा उन्हें झेलना पड़ा और उनकी पहली शादी भी टिक नहीं पाई, इस तरह उन्होंने ज़्यादातर खोया ही था। उनकी कंपनी बर्बाद होते-होते बची थी। प्रेस उनकी निजी जिंदगी और कंपनी की नाकामी को लेकर हमेशा उन्हें बदनाम करता रहा।
लेकिन इस सबसे बावजूद एलन मस्क ने हार कभी नहीं मानी। वे अपने रास्ते पर चलते रहे और अपने सपने को पूरा करने की कोशिश में लगे रहे। मस्क वीकेंड्स पर भी काम करते थे और यही वे अपने एम्प्लोयीज़ से भी चाहते थे।
एक ऐसा वक्त भी आया जब वे तलाक के बाद जस्टिन के साथ साऊथ अफ्रीका घूमने गए। वहां उन्हें मलेरिया हो गया और उन्हें 10 दिन तक आईसीयू में रहना पड़ा था। इस बारे में मस्क ने कहा “मै मरते-मरते बचा हूँ, छुट्टियों के बारे में मेरा यही विचार है कि छट्टियां जानलेवा हो सकती है।”
आपका बहुमूल्य समय देने के लिए दिल से धन्यवाद,