The Secret Book Summary in Hindi – Hello दोस्तों, क्या आप फाइनेंसियल सक्सेस चाहते हैं, बीमारी से निजात पाना चाहते हैं और जीवन में हर वो चीज पाना चाहते हैं जो आप चाहते हैं ? हिस्ट्री के सबसे सक्सेसफुल और पसंद किए जाने वाले लोग एक सीक्रेट के बारे में जानते थे।
इस बुक में, आप भी उस सीक्रेट के बारे में जानेंगे। दोस्तों ये इस बुक की दूसरी पार्ट है, अगर आपने पहला पार्ट नहीं पढ़ा है तो पहले उसको अच्छे से पढ़ लीजिये उसके बाद ही इस पार्ट – 2 को पढ़ें।
The Secret Book Summary in Hindi (PART – 2)
तो चलिए शुरू करते हैं –
द सीक्रेट टू हेल्थ (The Secret to Health)
अच्छा आप एक बात बताइए, क्या आप प्लेसिबो इफ़ेक्ट के बारे में जानते हैं? मेडिकल रिसर्च के दौरान, डॉक्टर्स आमतौर पर अपने पेशेंट्स पर एक टेस्ट की जाने वाली दवाई और एक प्लसीबो की गोली को यूज़ करते हैं।
प्लसीबो की गोली असल में अंदर से खाली होती है, उसमें कोई दवाई नहीं होती. एक ग्रुप को दवाई दी जाती है और दूसरे ग्रुप को प्लसीबो की गोली.
डॉक्टर्स ने देखा कि प्लसीबो की गोली लेनेवाले पेशेंट्स की बीमारी ठीक हो रही थी. वो बेटर फील कर रहे थे और उनकी बीमारी ठीक होने लगी थी. पेशेंट्स को तो पता तक नहीं था कि उन्होंने एक खाली गोली ली थी जिसका कोई हीलिंग इफ़ेक्ट नहीं होता.
उन्होंने बस गोली ली और इस बात पर विश्वास किया कि वो ठीक हो जाएँगे और बिलकुल वैसा ही हुआ. उन पर गोली ने नहीं बल्कि उनके पॉजिटिव थॉट ने असर किया था. बस उन पेशेंट्स ने बिलीव किया और वो ठीक हो गए. इसे प्लेसिबो इफ़ेक्ट कहते हैं.
इंसान के बॉडी में ख़ुद को हील करने की शक्ति होती है.
चोट लगने पर जब घाव हो जाता है तो कुछ समय बाद वहाँ अपने आप नई स्किन आने लगती है. अगर हम किसी वायरस के द्वारा इनफेक्ट हो जाते हैं तो हमारा इम्यून सिस्टम उससे लड़ने के लिए एंटीबॉडी बनाने लगता है. हर रोज़ हमारी बॉडी में ना जाने कितने सेल्स मरते हैं और नए सेल्स पैदा होते हैं. हमारी बॉडी हमारी हर बात सुनती है, हमारे हर थॉट पर ध्यान देती है. अगर आप ख़ुद को बीमार समझेंगे तो कभी ठीक नहीं हो पाएँगे.
यहाँ सीखने वाली बात यह है कि अगर आप बीमारी पर फोकस करेंगे ऐसा जताएँगे कि आप बीमार हैं तो आपकी बॉडी सच में बहुत कमज़ोर होने लगती है. कई लोग होते हैं जो कहते हैं कि उनसे तो बेड से उठा नहीं जा रहा है या कुछ खाया नहीं जा रहा है. तो वहीं ऐसे लोग भी हैं जो अपनी हार्ट प्रॉब्लम, डायबिटीज और ब्लड प्रेशर की बीमारी के बारे में हर समय बात करते रहते हैं. ऐसा करने से वो अपनी बीमारी को और भी ज़्यादा पॉवर दे देते हैं इसलिए बीमारी उनकी लाइफ से दूर नहीं होती.
तो वहीं ऐसे भी लोग हैं जिन्होंने कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी को भी हराया है. स्ट्रोक और पैरालिसिस जैसी बीमारियों से भी उभरे हैं. आपको क्या लगता इसकी क्या वजह हो सकती है ? वजह है उनका कभी ना हिलने वाला अटूट विश्वास. उन्होंने बस पूरा विश्वास किया कि वो अंदर से हील हो रहे हैं और वो सच में हो गया. उन्होंने बीमारी को ख़ुद पर हावी नहीं होने दिया.
हीलर ब्रूनो ने खूब कहा है कि “हर बीमारी ठीक हो सकती है लेकिन हर इंसान नहीं” यानी सिर्फ वो ठीक हो पाते हैं जो पूरा विश्वास करते हैं कि वो ठीक हो रहे हैं.
आइये मॉरिस की कहानी सुनते हैं. मॉरिस गुडमैन एक मोटिवेशनल स्पीकर हैं. उनके साथ हुए एक एक्सीडेंट ने उनकी पूरी जिंदगी को बदल कर रख दिया था. वो एक प्लेन क्रैश जैसे दर्दनाक हादसे का शिकार हुए थे. मॉरिस के स्पाइनल कॉर्ड में चोट लगी थी और इस वजह से उन्हें पैरालिसिस हो गया था. उनके बैकबोन की दो हड्डी टूट गई थी. वो ना हाथ हिला सकते थे ना पैर. उनकी बॉडी बिलकुल सुन्न हो गई थी. वो सिर्फ अपनी पलकें झपका सकते थे.
उन्हें खाना निगलने में भी बहुत तकलीफ़ होती थी. ना वो कुछ खा सकते थे ना पी सकते थे. उनका डायफ्रम भी डैमेज हो गया था जिसकी वजह से वो ठीक से साँस भी नहीं ले पा रहे थे. डॉक्टर्स ने उन्हें बताया कि वो जीवन भर के लिए अपाहिज हो गए थे. लेकिन मॉरिस ने उनकी एक नहीं सुनी. उन्हें ख़ुद पर पूरा विश्वास था. वो हर रोज़ ख़ुद को हॉस्पिटल से चल कर बाहर जाते हुए इमेजिन करते. वो जानते थे कि एक दिन ये ज़रूर सच होगा.
डॉक्टर्स ने उन्हें एक मास्क जैसा डिवाइस पहना दिया था क्योंकि उन्हें नहीं लगता था कि डायफ्रम के डैमेज हो जाने के बाद मॉरिस कभी ख़ुद साँस ले पाएँगे. लेकिन मॉरिस बार-बार ख़ुद से कहते “गहरी साँस लो, गहरी साँस लो”.
आख़िर वह दिन आया जब मॉरिस ये करने में सफ़ल हुए. डॉक्टर्स के तो होश ही उड़ गए थे. उनके पास इस चमत्कार का कोई जवाब नहीं था. उन्होंने मॉरिस के मुँह से वह डिवाइस हटा दिया क्योंकि मॉरिस अब बिलकुल नार्मल तरीके से साँस ले रहे थे.
जितने समय वह हॉस्पिटल के बेड पर लेटे हुए थे उन्होंने एक भी नेगेटिव थॉट के बारे में नहीं सोचा. उन्होंने अपने मन को ना निराश होने दिया ना अपने गोल से भटकने दिया. उन्होंने खुद को एक चुनौती दे दी थी, एक डेडलाइन सेट किया था कि वह क्रिसमस अपने घर में सेलिब्रेट करेंगे. और व्हील चेयर में नहीं बल्कि खड़े होकर ख़ुद हॉस्पिटल से चलकर जाएँगे. डॉक्टर्स ने उनसे कहा कि ये बिलकुल इम्पॉसिबल था लेकिन मॉरिस का विश्वास अटल था अटूट था.
और आप जान कर हैरान रह जाएँगे कि उस साल उन्होंने क्रिसमस अपने घर पर मनाई. वह ख़ुद अपने पैरों पर खड़े होकर गए और अपनी फॅमिली के साथ सेलिब्रेट किया. धीरे धीरे मॉरिस पूरी तरह ठीक हो गए.
उन्होंने अपनी इंस्पायरिंग स्टोरी सबके साथ शेयर की. हम इस बात पर गौर नहीं करते कि ज़्यादातर बीमारियाँ स्ट्रेस की वजह से होती हैं. स्ट्रेस एक थॉट से जन्म लेता है. इसलिए अपने थॉट को पॉजिटिव रखना बहुत ज़रूरी है.
द सीक्रेट टू यू (The Secret to You)
हममें से कई लोग सोचते हैं कि लाइफ बहुत अनफेयर है. कुछ ऐसे बच्चे हैं जो अपने पेरेंट्स को दोष देते हैं कि वो supportive और loving नहीं हैं. फॅमिली में होने वाले झगड़ों के कारण वो अपनी लाइफ से ही नफ़रत करने लग जाते हैं. लेकिन साइकोलोजिस्ट का कहना है कि दुनिया में लगभग 80% परिवार बिलकुल ऐसे ही होते हैं तो इस वजह से लाइफ के लिए मन में कड़वाहट भर लेना क्या सही है?
पोपुलर सीरीज चिकन सूप फॉर द सोल के ऑथर जैक कैनफ़ील्ड ने अपनी स्टोरी सबके साथ शेयर की, आइए उससे सीखते हैं. उनकी माँ और पिता दोनों को शराब की लत थी. जब वो छोटे थे तो उनके पिता उन पर हाथ उठाते थे. जब जैक 6 साल के हुए तो उनके पेरेंट्स अलग हो गए थे. जैक का मानना है कि यह हर घर की कहानी है. अब आपको खुद से पूछने की ज़रुरत है कि आप इस बारे में क्या कर सकते हैं? आप अपनी लाइफ किस डायरेक्शन में ले जाना चाहते हैं? आपके पास दो चॉइस है : पहला, या तो आप अनचाहे हादसों के बारे में सोच कर उसमें फंसे रह सकते हैं या मनचाही चीज़ों पर फोकस कर के उसे अट्रैक्ट कर सकते हैं.
जैक का कहना है कि अपने पास्ट में अटके रहना बिलकुल अच्छा नहीं होता है. इस बात पर फोकस करने की बजाय कि आपके पेरेंट्स ने क्या किया, इस बात पर फोकस करना चाहिए कि आप अपनी लाइफ के साथ क्या करना चाहते हैं. अगर आप सिर्फ़ बुरी यादों के बारे में सोचते रहेंगे तो आप उसे वापस अट्रैक्ट करने लगते हैं. अगर आप अपने बुरे वक़्त के बारे में सोचते रहेंगे तो यह तो तय है कि वह दोबारा आपकी लाइफ में आएगा.
अगर आप सच में मानते हैं कि आप अनलकी हैं तो बैडलक कभी आपका पीछा नहीं छोड़ेगी. अपने पास्ट से बाहर निकलें. अगर आपके साथ किसी तरह का एब्यूज हुआ था या अगर आप अपने पेरेंट्स से नाराज़ हैं या आप अपने बचपन से नफ़रत करते हैं तो उसे पकड़ कर ना रखें. जब आप उन चीज़ों से ध्यान हटाने लगते हैं तो वो यादें आपसे दूर होने लगती हैं. आपको ये किसी और के लिए नहीं बल्कि ख़ुद के लिए करना होगा.
जब आप किसी को दोष देते हैं, किसी से नफ़रत करते हैं तो किसी और से ज़्यादा आप ख़ुद को तकलीफ़ पहुँचाते हैं. आप यही सोचते रहते हैं कि आप बचपन में वो सब deserve नहीं करते थे. लेकिन अब तो आप बड़े हो गए हैं, अब तो आप अपनी पसंद की लाइफ जी सकते हैं ना? तो खुद के लिए कोशिश करें.
आप अपनी डेस्टिनी ख़ुद बनाते हैं. अपनी लाइफ की बुक के ऑथर आप हैं. आप अपनी पसंद की स्टोरी लिख सकते हैं. आपके हाथों में पेपर और पेन है तो या तो आप किसी बुरे चैप्टर में फँसे रह सकते हैं या पन्ना पलट कर एक नए चैप्टर की शुरुआत कर सकते हैं.
चॉइस आपकी है
कभी भी नेगेटिव शब्दों को यूज़ ना करें, कभी ना कहें कि मेरे पास पैसा नहीं है, मैं थका हुआ हूँ, मैं बीमार हूँ क्योंकि वो आपका सच बन जाता है. दो शब्द “I Am” आपकी कल्पना से भी ज़्यादा पावरफुल हैं. इसे अपने फ़ायदे के लिए यूज़ करें. नेगेटिव बातों की जगह कहें, मैं भाग्यशाली हूँ, मैं healthy हूँ, मेरे पास पैसा है, मैं सक्सेसफुल हूँ. इसे पॉजिटिव affirmation कहते है. यह एक चुंबक की तरह काम करता है और अच्छी चीज़ों को हमारे लाइफ में अट्रैक्ट करने लगता है.
आप कुछ भी कर सकते हैं, कुछ भी बन सकते हैं.
आपके टैलेंट, आपके थॉट्स की पॉवर का कोई लिमिट नहीं है. ये हमेशा से आप में थी बस इसे रिलीज़ करने की देर है.
आइये आपको एक और दिलचस्प सीक्रेट के बारे में बताएँ. क्या आप जानते हैं कि हमारा ब्रेन इतना कमाल का है कि जब आप किसी चीज़ के बारे में सोचना बंद कर देते हैं तो उस चीज़ से जुड़ी हर बात, हर याद आपके माइंड से फोटो डिलीट होने लगती है. एक समय आता है जब आपका माइंड पूरी तरह उन यादों को रीसायकल बिन में डाल देता है. बस कुछ दिन कोशिश कर के अपना माइंड को उन बुरी यादों से हटाएँ और कुछ समय बाद आपका माइंड इसे डिलीट करने लगेगा. साइंस ने इस बात को प्रूव किया है. तो है ना ये कमाल की पॉवर ! आप भी इसे आज़मा कर ज़रूर देखिएगा.
द सीक्रेट टू लाइफ (The Secret to Life)
लाइफ में मीनिंग का मतलब है कि आपने इसे कैसे जीया है. अगर आपके पास में बहुत दुःख और तकलीफें थी तो उसे क्लीन कर के आगे फ्यूचर की ओर बढ़ें.
हर दिन अपने साथ एक नई शुरुआत का मौक़ा ले कर आता है. जो आपको ख़ुशी दे वो करें. लाइफ में एक पर्पस ढूँढें, नहीं तो यह लाइफ आपको बोझ लगने लगती है. हर दिन का सामना पाजिटिविटी से करें. अपने बारे में, लाइफ के बारे में अच्छा फील करें तब जाकर यूनिवर्स आपके पास अच्छी चीजें भेजता है.
जो लोग सोचते हैं कि दुनिया एक बुरी और निर्दयी जगह है वो उनका सच बन जाता है. लेकिन जब आप लोगों में और चीज़ों में अच्छाई को देखने लगते हैं तब असल मायनों में आपको ख़ुशी और सुकून का एहसास होता है. अब यह सीक्रेट आपके हाथों में है. आपके पास अनलिमिटेड पावर की चाबी आ गई है लेकिन इसे आप कैसे यूज़ करते हैं वह आपकी चॉइस है.
Conclusion
तो आपने इस समरी में एक स्पेशल और पावरफुल सीक्रेट के बारे में जाना जो है लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन.
आपके मन में जो थॉट्स और images हैं आप उन्हें अपनी लाइफ में अट्रैक्ट करने लगते हैं. आपने इस सीक्रेट को यूज़ करने के बारे में भी सीखा, जो है माँगना, विश्वास करना और रिसीव करना.
आपके मन में इसकी एक क्लियर इमेज होनी चाहिए. इस बात पर विश्वास होना चाहिए कि वो आपको ज़रूर मिलेगा. आपके मन में बिलकुल डाउट नहीं होना चाहिए. उसे मिलने के बाद आपको जो ख़ुशी होगी उसे अभी महसूस करें ऐसे जैसे वो आपको already मिल गया है.
यूनिवर्स अच्छे और बुरे में फ़र्क नहीं समझता. यह सिर्फ़ आपके थॉट की वाइब्रेशन को समझता है और उसी सेम वाइब्रेशन की चीज़ों को आपकी लाइफ में भेजना शुरू कर देता है. आप यूनिवर्स से कुछ भी माँग सकते हैं लेकिन उसे आप जो भी दिया है उसके लिए ग्रेटफुल और शुक्रगुज़ार होना भी बहुत ज़रूरी है.
आपको लाइफ में जो भी मिला है उसके लिए यूनिवर्स को थैंक यू ज़रूर कहें. आप से पहले भी इस सीक्रेट को कई लोगों ने आज़माया है. उन्होंने इस पॉवर से बहुत पैसा कमाया, अपनी बीमारी को हराया, अपने रिश्तों को इम्प्रूव किया. उनकी हमेशा से जो इच्छा थी उन्होंने उसे अचीव किया. इसलिए अपनी इच्छा को अपने अंदर तब तक बनाएँ रखें जब तक आप उसे अचीव ना कर लें. और हाँ अपने शब्दों को सोच समझ कर सिलेक्ट करें.
ये आप भी कर सकते हैं. आप भी प्यार, सक्सेस और खुशियों से भरी जिंदगी जी सकते हैं. और अब तो आपको सीक्रेट भी मालूम है – तो माँगो, विश्वास करो और रिसीव करो ! जब आप किसी चीज़ में सच में बहुत विश्वास करने लगते हैं तो ये यूनिवर्स आपके सपने को साकार करने में लग जाती है. यह यूनिवर्स एक जिन्न की तरह है जो आपके हर हुक्म को मानती है लेकिन आप इससे क्या माँगते हैं वो सिर्फ़ आप पर डिपेंड करता है !
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