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Top 5 Tech Myths – Hello दोस्तों, आज के समय टेक्नोलॉजी बहुत ही तेज़ी से बढ़ रही है, हर एक हाथ में एक एक स्मार्टफोन तो होते ही हैं, कुछ लोगों के पास तो 3 – 4 स्मार्टफोन होते हैं और जितनी तेजी से टेक बढ़ रही है, उसी तेज़ी से टेक के बारे में जो गलत धारणाएं हैं वो भी बढ़ रही है। आज मैं 5 ऐसी ही बातों को बताऊंगा जो आपने जरूर सुनी होगी, लेकिन वो गलत है।
Top 5 Tech Myths – ये सभी मिथ्स जो हमारे डिजिटल दुनिया में है
#1 Myth – More Mega Pixel = Better Camera
सबसे पहली बात तो ये की ज्यादा मेगापिक्सेल होने का मतलब ये है ज्यादा अच्छी इमेज क्वालिटी का होना। मतलब ज्यादा अच्छी फोटो ले पाएंगे। ये बिलकुल गलत धारणा हैं।
किसी भी स्मार्टफ़ोन कैमरा में सिर्फ मैगापिक्सेल्स ज्यादा होने से उनका इमेज क्वालिटी अच्छा नहीं होता, उसके अलावा लेंस, सेंसर, अपर्चर (aperture) और इमेज प्रोसेसिंग सॉफ्टवेयर – इन सभी चीजों का अच्छा होना जरुरी है।
जो dslr कैमरा होता है बड़े वाला, वो अगर एक 8 MP या 10 MP का भी होगा, तो वो 10 MP dslr कैमरा भी एक स्मार्टफोन की 20 MP या 48 MP या 108 MP से भी कही ज्यादा अच्छी फोटो ले पायेगा।
सिर्फ मेगापिक्सेल को गिण लेने से कुछ नहीं होता, उनको compare करने आप इमेज क्वालिटी को जज नहीं कर सकते हैं।
#2 Myth – No Viruses in Macs
दूसरी टेक मिथ ये है की apple के कंप्यूटर में कभी वायरस नहीं आते। ये बिलकुल झूठ है। क्यूंकि एप्पल के कंप्यूटर में भी वायरस आते हैं। एप्पल के लैपटॉप्स में भी वायरस आते हैं। फर्क सिर्फ इतना है जितने वायरस विंडोज कंप्यूटर या लैपटॉप में आते हैं उससे बहुत ही कम वायरस mac में आते हैं।
ऐसा इसलिए क्यूंकि एप्पल के जो कंप्यूटर या लैपटॉप है वो दुनिया में मुश्किल से 2% या 3% लोग ही करते हैं, 98% या 97% लोग वो विंडोज कंप्यूटर या लैपटॉप यूज़ करते हैं।
तो कोई भी एक्सपर्ट किसी वायरस को बनाते हैं, तो वो टारगेट करेगा मेजोरिटी ऑफ़ people को ही टारगेट करेगा ना, उस चीज को जो ज्यादा से ज्यादा लोग यूज़ करते हैं। मतलब जहाँ huge यूजर बेस है उसकी को कोई भी बिज़नेस या हैकर टारगेट करता है।
लेकिन ऐसा नहीं एप्पल में वायरस नहीं आते, एप्पल के कंप्यूटर में भी वायरस आते हैं। क्यूंकि एप्पल के कंप्यूटर या लैपटॉप यूज़ करने वाले अमीर लोग होते है या कोई आर्गेनाइजेशन होते हैं या बिज़नेसमैन होते है तो उसको हैकर लोग टारगेट करते है।
लेकिन ये सच है एप्पल के कंप्यूटर या लैपटॉप में जो mac os यूज़ होते है वो विंडोज के comparison में बहुत ही ज्यादा सिक्योर होता है।
#3 Myth – Permanently Deleted Files Can’t be Recovered
तीसरा पॉइंट् ये की आप अपने लैपटॉप या कंप्यूटर में एक आपने रीसायकल बीन से भी फाइल डिलीट कर दी है आप उसको वापस नहीं लेके आ सकते। ये बिलकुल गलत है। आपने फाइल चाहे रीसायकल बिन से डिलीट कर दी हो वो अभी भी आपके हार्ड ड्राइव में ही हैं, जब तक आपने उस हार्ड ड्राइव को दुबारा किसी और चीज के लिए यूज़ नहीं किया, जब तक आपने दुबारा कुछ write नहीं कर दिया, तब तक वो फाइल वही रहेगी और आप उसको बड़ी आसानी से रिकवर कर सकते हैं।
तो इस बारे में ये मत सोचिये की आपने एक बार अपनी रीसायकल बिन से डिलीट कर दी है तो वो आपकी कोई सीक्रेट फाइल हैं तो वो पर्मानेंट्ली डिलीट हो गयी है, मिट गयी है तब भी चिंता मत कीजिये, क्यूंकि उसको आप बड़ी ही आसानी से रिकवर कर सकते हैं।
#4 Myth – Always charging your phone with Official Charger
चौथा मिथ ये है की आपको आपका जो फ़ोन है जो सिर्फ उसके साथ चार्जर आये हैं आपको उसी से चार्ज करना चाहिए। ऐसा बिलकुल भी नहीं होता। आप अपने फ़ोन को किसी भी चार्जर से चार्ज कर सकते हैं। सिर्फ एक बात का ध्यान रखिये सिर्फ आप जिस चार्जर से फ़ोन को चार्ज कर रहे हैं, उसका जो आउटपुट वोल्टेज है वो आपकी फ़ोन के ओरिजिनल चार्जर की आउटपुट वोल्टेज से मैच करना चाहिए।
इसके अलावा आप भी लैपटॉप या कंप्यूटर से, किसी भी पॉवरबैंक से अपने फ़ोन को चार्ज कर सकते हैं और बैटरी या फ़ोन पे कोई प्रॉब्लम नहीं आएगा चार्जर की वजह से।
#5 Myth – Better HDMI = High Price
पांचवी मिथ ये है की महंगी HDMI cables अच्छी होती हैं। आज कल हम बहुत से लोग HDMI cable किसी सेटअप बॉक्स या किसी डिवाइस को टीवी के साथ में कनेक्ट करने के लिए हम ये सोचते हैं की cable जितनी महंगी होगी, जितना उसके ऊपर गोल्ड प्लेटेड होगा उतनी ही cable अच्छी होगी और हम को इमेज या वीडियो क्वालिटी बहुत अच्छी मिलेगी। जब की ये बिलकुल गलत है।
एक 100 रूपए HDMI cable, एक 4000 रूपए की sony की HDMI cable के एकदम बराबर है। क्यूंकि HDMI में एक डिजिटल सिग्नल जाता है। और उससे कोई फर्क नहीं पड़ता की cable की क्वालिटी कैसी है। या तो आपको सिग्नल मिलेगा या आपको सिग्नल नहीं मिलेगा ऐसा नहीं है की आपको ख़राब मिलेगा या अच्छा मिलेगा।
डिजिटल सिग्नल में कुछ भी अच्छा या बुरा नहीं होता है। सिर्फ ये होता है की सिग्नल मिलेगा या नहीं मिलेगा।
इसलिए cable की क्वालिटी से कोई फर्क नहीं पड़ता। आपको अच्छी क्वालिटी cable तब चाहिए होती है जब आपको 15 मीटर या 20 मीटर तक लम्बी cable चलानी हो, एक नार्मल 2-5 मीटर की cable के लिए क्वालिटी का कोई मायने नहीं हैं। और जितनी सस्ती हो सके उतनी सस्ती HDMI cable खरीद लीजिये आपका फायदा होगा।
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आपका बहुमूल्य समय देने के लिए दिल से धन्यवाद,
Wish You All The Very Best.